जागरण संवाददाता, बस्ती: जिले के सल्टौआ विकास खंड के अमरौली शुमाली में तीन साल पहले 14 लाख की लागत से बना मिनी सचिवाल क्षतिग्रस्त हो गया है। निर्माण में धाधली का मुद्दा विधायक संजय प्रताप जायसवाल के विधान सभा में उठाए जाने के बाद इसकी जांच पड़ताल शुरू हो गई है।
पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि से वर्ष 2010-11 में अमरौली शुमाली में जिला पंचायत द्वारा मिनी सचिवालय का निर्माण कराया गया। 26 जून 11 को ठेकेदार राम दुलारे द्वारा तत्कालीन ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी को हैंडओवर भी किया जा चुका है।
मिनी सचिवालय में सोलर लाईट,पानी सप्लाई,बाउंड्रीवाल,शौचालय और विद्युतीकरण का कार्य कराया गया था। वर्तमान में यह भवन अनुपयोगी हो गया है।
विधान सभा में पूछे गए सवाल के बारे में जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी उदय शंकर सिंह का कहना है कि इस भवन के बारे में पहले भी तमाम शिकायतें की गई थीं। जांच कराया गया तो पाया गया उस समय भवन पूरी तरह से मानक के अनुरूप बनाकर ग्राम पंचायत को हैंडओवर किया गया है। इतने के बाद भी ठेकेदार को इस बारे में पत्र लिखा गया तो उसने भवन में कोई कार्य कराने से मना कर दिया। ठेकेदार का कहना है मिनी सचिवालय का निर्माण तीन साल पहले उसके द्वारा कराया गया था। उस समय भवन में सभी सुविधाएं मौजूद रहीं। इसके छाया चित्र भी उसके द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं।
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